एक अरसा हो गया आईये बैठिए, मिलिए कुछ देर यहां भी, अपने आप से मिले एक अरसा हो गया आईये बैठिए, मिलिए कुछ देर यहां भी, अपने आप...
अरमानों के बोझ बड़े हैं , और साँसों के सिक्के कम हैं , ज़िंदा रहने की कोशिश में, हम तुम अरमानों के बोझ बड़े हैं , और साँसों के सिक्के कम हैं , ज़िंदा रहने की कोशिश में...
सुनती हो तो सुनो इन सपनों की मदहोशियाँ, सुनती हो तो सुनो इन सपनों की मदहोशियाँ,
कुछ निशान बाकी हैं, अभी भी, दिए हुए जख्मो के तेरे। कुछ निशान बाकी हैं, अभी भी, दिए हुए जख्मो के तेरे।
काश कि अंत हो जाए... इन बिगड़े हालातों का ! मिट जाए निशां... इन जलते अंगारों का !! काश कि अंत हो जाए... इन बिगड़े हालातों का ! मिट जाए निशां... इन जलते अं...
जाएंगे कहां आप बता देंगे कदमों के निशान। जाएंगे कहां आप बता देंगे कदमों के निशान।